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शनिवार, 12 नवंबर 2022

बाबा ने चालाकी से लड़की को बनाया अपनी हवस का शिकार

गाँव में एक बाबा रहता था जिसे प्रतेक गांव वाला बहुत मानता था. बाबा की एक छोटी सी कुटीया हुआ करती थी जिसमें आये दिन बहुत सी भीड़ इकठा हो जाती थी. हर व्यक्ति बाबा के बताये रास्तों से खुश हो जाता था. बाबा हर व्यक्ति की समस्याओं को सुनता और उनका हल करता.

काफी समय से बाबा ऐसा करता रहा जिससे लोगों में बाबा की एक अच्छी छवि बन गयी थी. अब गाँव में बाबा जैसे कहता वैसा ही होता था. परन्तु बाबा का असली चेहरा तो अभी सामने आना बाकी था. बाबा हर दिन की तरह अपनी कुटिया में लोगों की समस्याओं को सुन रहा था कि एक महिला अपनी बेटी को लेकर बाबा के पास आई हुई थी.

बाबा ने जब उस महिला से वहां आने का कारण पूछा तो महिला ने बताया कि उसकी बेटी की शादी को बहुत साल हो गये हैं परन्तु उसे कोई बच्चा नही है. बाबा की नजर जैसे ही उस महिला की बेटी पर पड़ी बाबा उसपर मोहित हो गया. अब बाबा से रहा नही गया और उसने उस महिला को अपनी बेटी को हर 3 दिन में वहां लाने को कहाँ. इस तरह महिला अपनी बेटी को हर तीसरे दिन वहां लाया करती थी.

एक दिन बाबा ने बीमार होने का बहाना बनाया और उसने गाँव वालों को किसी से भी मिलने को मना कर दिया. परन्तु उसने उस महिला और उसकी बेटी को उसकी कुटिया में आने की इजाजत दे रखी थी. हर तीसरे दिन की तरह जब वह महिला अपनी बेटी को लेकर बाबा के पास आई तो बाबा ने अपने बीमार होने का बहाना लगाया. 

बाबा ने महिला से कहा कि यदि उसकी बेटी बाबा की सेवा करेगी जब तक वह सही नही हो जाता तो उसकी बेटी को सन्तान का सुख मिल जायेगा. महिला बेचारी उस बाबा के झांसे में आ गयी और उसने अपनी बेटी को उस बाबा के पास छोड़ दिया. 

फिर क्या था बाबा को अपनी हवस मिटने का पूरा मौका मिल गया. पहले दिन बाबा ने उस लड़की का भरोसा जीता परन्तु जैसे दूसरे दिन की शुरुआत हुई तब बाबा ने अपनी असली चेहरा सामने दिखा दिया. देर रात बाबा अपने बिस्तर से उठकर उस लड़की के बिस्तर में आ गया. 

लड़की को जैसे बाबा को देखा तो वह घबरा गयी परन्तु बाबा ने कहाँ बेटा मुझे ठण्ड लग रही थी इसीलिए मैं तुम्हारे बिस्तर में आ गया. अब बाबा की ज्यादा उम्र और भोलेपन में अच्छे से अच्छा व्यक्ति भी झांसे में आ जाए वह तो साधारण से लड़की थी. 

बाबा धीरे-धीरे उस लड़की के पास आता गया और लड़की को महसूस तक न हुआ. सोते हुए बाबा ने लड़की को छूना शुरू कर दिया. लड़की ने शर्म के मारे कुछ नही कहा. अब बाबा ने धीरे से लड़की के स्तनों को सहलाना शुरू किया जिससे लड़की उतेजित होने लगी. बाबा ने धीरे-धीरे उस लड़की की साडी को उठाया और उसकी योनी में अपना गुप्त अंग डालने लगा. अब लड़की को भी मजा आने लगा था परन्तु बाबा का लंड बहुत बड़ा था जिससे उस लड़की बहुत दर्द हो रहा था. 

बाबा ने उस लड़की को अच्छे से चोदा. इस तरह बाबा ने अपनी हवस का शिकार उस लड़की को बनाया. अब बाबा का जो मकसद था वह पूरा हो गया था इसीलिए बाबा ने उस लड़की को भी अपने झांसे में ले लिया. बाबा ने उस लड़की को कहा कि बस तुम मेरे से मिलने आती रहना में तुम्हें इसी तरह अपने बड़े लंड से संभोग का सुख दूंगा. अब लड़की को भी बाबा के बडे लंड से चुदवाने का मजा चाहिए था इसीलिए लड़की भी हर दिन बाबा के पास आने को तैयार हो गयी. 

इस तरह बाबा के पास वह लड़की 5 दिन रही. बाबा उस लड़की को हर रात चोदता रहा. अगले दिन जब बाबा ने अपने सही होने की खबर दी तो पहले की तरह बाबा की कुटिया में भीड़ इकठा शुरू होने लग पड़ी. इसी भीड़ में वह महिला भी आई ताकि वह अपनी बेटी को वापिस ले जा सके परन्तु बेटी ने बाबा की सेवा करने का बहाना बना दिया और उसके साथ जाने से मना कर दिया. 


अब बाबा को हर दिन अपनी हवस मिटाने का मौका मिल जाता और वह लड़की भी बाबा के साथ खुश थी. कुछ समय बाद बाबा को एक अन्य महिला पसंद आ गयी जिसे भी वह अपनी हवस का शिकार बनाना चाहता था. फिर क्या था बाबा ने साथ रह रही लड़की को वापिस जाने को कहा परन्तु वह लड़की कहाँ माने. 

लड़की ने बाबा को कह दिया कि अब वह कहीं नही जाएगी और उसके साथ ही रहेगी. बाबा इस बात से गुस्सा हो गया. बाबा ने लाख कोशिश करने के बाद एक फैसला लिया जिसे सुनकर हर किसी की रूह काँप जाए. 

अमावस्या के दिन बाबा ने गाँव वालों को घर से बाहर निकलने को मना कर दिया और कहा कि यह अमावस्या बहुत अशुभ है इसीलिए वह एक हवन करेगा. अब गाँव वाले वैसा ही करते जैसे वह बाबा बोलता था. अमावस्या के दिन बाबा ने हवन की सारी तैयारी कर रखी थी. लड़की को कुटिया में सुलाकर बाबा हवन की तैयारी में जुट गया. 

आधी रात को बाबा ने अपने प्लान के मुताबिक सोयी हुई लड़की को कुटिया से उठाया और अपने हवन कुंड में जिन्दा जला दिया. बेचारी लड़की जोर-जोर से चिलाती रही परन्तु बाबा ने उसे जला कर मार डाला. इस बीच कोई भी गाँव वाला अपने घर से नहीं निकला क्योंकि बाबा ने मना कर रखा था. जिसने भी उस लड़की की चिल्लाने की आवाज सुनी उसने सोचा कि बाबा ने प्रेत आत्मा को पकड़ा हुआ है. 

इस तरह बाबा ने उस लड़की को अपने रास्ते से हटा दिया. फिर क्या था बाबा ने अपने दूसरे शिकार को भी इसी तरह बाबा ने अपनी हवस का शिकार बनाया.