चाची का रिश्ता होने के बावजूद भी भतीजे ने बनाएं अवैध संबंध। मौका मिलते ही कर दी चाची की चुदाई। यह कहानी है एक छोटे से शहर की जहां एक खुशहाल परिवार रहता था। परिवार के सभी लोग शादी में गए हुए थे। परंतु चाची की तबीयत खराब होने के कारण चाची घर में रुकने का प्लान बनाती।
तो वहीं भतीजे के एग्जाम भी नजदीक थे तो वह भी शादी में नही जाना चाहता था। इसीलिए परिवार के सदस्यों ने चाची और भतीजे को घर में ही रहने दिया।
चाची की तबीयत खराब थी इसीलिए भतीजे ने शाम का खाना बना रहा था। चाची जब किचन में आई तो वह यह देख हैरान रह गई। चाची ने जब भतीजे को खाना बनाने से मना कर दिया तो भतीजे ने कहा कि आपकी तबियत खराब है तो आप आज रेस्ट ही कीजिए। परंतु चाची जबरदस्ती भतीजे को हटाने लगी।
इसी बीच चाची को धक्का लगा परंतु भतीजे ने चाची को गिरने से बचा लिया। फिर क्या था दोनों ही चाची- भतीजे के रिश्ते को भूल गए। परंतु भतीजे ने चाची से माफी मांगते हुए वहां से निकलना ही सही समझा।
परंतु सेक्स की भूख और जवानी की जरूरत भतीजे को पूरी रात सताती रही। कैसे उसने चाची को गिरने से बचाया और उसे छुआ। पहली बार चाची उसे इतनी खूबसूरत लगने लगी।
भतीजे ने बड़ी मुश्किल से रात बिताई। दूसरे दिन भतीजे ने चाय बनाई और चाची के कमरे में चला गया। चाची बाथरूम में नहा रही थी।
गलती से चाची ने बाथरूम का दरवाजा खुला छोड़ दिया था। भतीजे को जब चाची कमरे में नही दिखी तो वह बाथरूम की तरफ गया और जैसे ही वह दरवाजे को खट खटाने वाला था की उसे अंदर का सारा नजारा दिखने लगा क्योंकि दरवाजा पहले से ही खुला था।
चाची बेफिक्र होकर नहा रही थी परंतु भतीजा यह सब देख रहा था। भतीजे ने चाची को नग्न देख उसकी अंतर्वासना की उत्तेजना जागने लगी।
भतीजे का गुप्तांग खड़ा हो गया और वह उसे अपने हाथ से सहलाने लगा।
अचानक से चाची की नजर भतीजे पर पड़ गई। चाची पहले तो डर गई परंतु फिर चाची का मन बदल गया। उसने भतीजे को बोला कि अंदर आ जाओ बाहर खड़े रहकर हाथ से ही काम चलाओगे क्या। यह सुनते ही भतीजे ने बाथरूम में घुसते ही अपने रंग दिखाना शुरू कर दिए।
चाची ने भतीजे के सारे कपड़े उतार दिए और उसके गुप्तांग को हाथ से सहलाने लगी। लिप किस करने के बाद भतीजे ने अपने अंग को चाची के गुप्तांग में डाला। भतीजे का अंग बहुत बड़ा था जिसे देख चाची बोली कि इतना बड़ा गुप्तांग तुमने कहां छुपाए बैठे थे।
भतीजे ने जोर - जोर से चाची को चोदने लगा अब चाची से इतना बड़ा गुप्तांग संभाला भी नही जा रहा था। चाची की चीखें निकलती रही परंतु भतीजे ने उसकी खूब चुदाई की।
इस तरह भतीजे की सेक्स की भूख पूरी हो गई और चाची को भी मजा आ गया। दोनों की सेक्स की भूख शांत हो गई। जब भतीजा बाथरूम से जाने लगा तो चाची ने कहा कि शाम को आज मेरे ही कमरे में सो जाना।
यह सुनते ही भतीजे का मन खुशी से फूल गया और चाची को चोदने की प्लानिंग करने में लग गया।
इस तरह भतीजे ने चाची की कर दी चुदाई।